कुंडली में कब बनता है काल सर्प दोष
कालसर्प दोष के कारण व्यक्ति को जीवन में काफी ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है इसका निवारण होना बेहद जरूरी है।काल सर्प दोष के उपाय
1) त्रियंबकेश्वर नासिक या उज्जैनआदि तीर्थ क्षेत्रों में में सर्प पूजा करवाने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
2) शिव मंदिर में रुद्राभिषेक करना भी लाभकारी रहता है।
3) काल सर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को घर या मंदिर में जाकर रोजाना शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए।
4) प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का कम से कम 108 बार जप करना चाहिए।
5) मिट्टी की छोटी सी शिवलिंग बनाकर, ऊँ नमः शिवाय मंत्र का जप करते हुए गाय के दुध से अभिषेक करें
6) कालसर्प से पीड़ित व्यक्ति को अपने घर में मोरपंख रखने चाहिए।
7) नाग पंचमी के दिन गाय के गोबर से घर के मुख्य द्वार पर नाग की आकृति बनाकर पूजा-अर्चना करने से
भी कुंडली में काल सर्प दोष दूर होता है.
8) नागराज के 12 नामों का जाप करें जो इस प्रकार हैं- अनंत, वासुकी, शेष, पद्म, कम्बल, कर्कोटक,
अश्वतर, धृतराष्ट्र, शङ्खपाल, कालिया, तक्षक और पिङ्गल.
9) हर शनिवार को पीपल के पेड़ को पानी डालना चाहिए जिससे काल सर्प दोष से निर्मित समस्याएं कम
होती है।
10) नागपंचमी के दिन चांदी का नाग-नागिन का जोड़ा भगवान शिव को अर्पित करने से भी कालसर्प दोष से
मुक्ति मिलती है।
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