Dr. Rajkumar Sahitya

THE BEST WAY TO SOLVE THE PROBLEMS

THE BEST WAY TO SOLVE THE PROBLEMS

08/09/2023

 

 बृहस्पति ग्रह को ‘गुरु’ कहा जाता है। गुरु ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक होता है। जिस व्यक्ति पर बृहस्पति ग्रह की कृपा बरसती है उस व्यक्ति के अंदर सात्विक गुणों का विकास होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति सत्य के मार्ग पर चलता है। जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो जातक के जीवन में प्रगति होती है। हालाँकि इस दौरान जातक के मोटे होने की भी संभावना बनी रहती है। गुरु के आशीर्वाद से व्यक्ति को पेट से संबंधित रोगों से छुटकारा मिलता है। कुंडली में यदि कोई भाव कमज़ोर हो और उस पर गुरु की दृष्टि पड़ जाए तो वह भाव मजबूत हो जाता है। गुरु के प्रभाव से व्यक्ति धार्मिक और दान पुण्य करने वाला होता है। व्यक्ति को भम्रण करने में आनंद आता है और आध्यात्मिक ज्ञान को पाने के लिए जातक आतुर रहता है।
पीड़ित बृहस्पति जातकों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। इसके कारण जातक को विभिन्न क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यदि कोई व्यक्ति शिक्षा क्षेत्र से जुड़ा है तो उसे इस क्षेत्र में परेशानियाँ आएंगी। पीड़ित गुरु के कारण व्यक्ति की वृद्धि थम जाती है और उसके मूल्यों का ह्लास होता है। पीड़ित गुरु व्यक्ति को शारीरिक कष्ट भी देता है। व्यक्ति को नौकरी तथा विवाह आदि में परेशानी का सामना करना पड़ता है। गुरु के कमजोर होने पर व्यक्ति को कैंसर या लीवर से संबंधित बीमारियां रहती हैं. कुंडली में गुरु ग्रह हमेशा मजबूत रहे और अच्छा फल देते रहें तो इसके लिए ज्योतिष में कुछ उपाय बताए गए हैंइस स्थिति में व्यक्ति को गुरु के ज्योतिषीय उपाय करने चाहिए।
  • भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी संपन्नता के प्रतीक हैं. वैवाहिक जीवन में सुखी और समृद्धि बनी रहे तो इसके लिए गुरुवार के दिन विष्णु भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा करेंबृहस्पति देव की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन व्रत रखना बहुत ही फलदायी होता है.

  • पीली चीजों का संबंध गुरु ग्रह से होता है. ऐसे में गुरुवार के दिन पानी में हल्दी डालकर नहाने से भगवान बृहस्पति का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके साथ ही गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करना और दीपक जलाना बहुत लाभकारी माना गया है.

  •  भोजन में चने के बेसन, चीनी और घी से बने लड्डू का सेवन करना चाहिए

    केसर दान करने, दही और चावल गरीबों को खिलाने और स्वयं मूली, पुदीना, हरा प्याज, सतावरी साग आदि खाने से भी गुरु ग्रह मजबूत होता है.

  • अपने माता-पिता, गुरु और बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए

  • साफ-सफाई रखने, पीपल और ब्रह्मा जी की पूजा करने, गुरु की सेवा करने से भी गुरु ग्रह अच्छा रहता है.

  • गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए जातक को गुरुवार के दिन व्रत अवश्य रखना चाहिए।पीले रंग का वस्त्र धारण करना चाहिए और पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर स्नान करना चाहिए।

  •  प्रतिदिन माथे पर चंदन या हल्दी का लेप लगाएं। 

  • जितना हो सके अपने भाइयों और बहनों की हमेशा मदद करें। 

  • अनाथ और वृद्ध लोगों को मिठाई या केले का दान करें।

  •  गुरुवार का व्रत करना चाहिए. उस दिन पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए.

  • जिनका गुरु ग्रह कमजोर होता है, उनको पुखराज पहनना चाहिए.


गुरु का वैदिक मंत्र

ॐ बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु।
यद्दीदयच्छवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्।।

गुरु का तांत्रिक मंत्र

 ॐ बृं बृहस्पतये नमः

बृहस्पति का बीज मंत्र 

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः



                           






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